ईसीएल ने घाटे में चलनेवाली 10 खदानों को किया चिह्नित
आसनसोल ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड प्रबंधन ने घाटे में चलनेवाली खदानों की सूची बनाने का निद
आसनसोल : ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड प्रबंधन ने घाटे में चलनेवाली खदानों की सूची बनाने का निर्देश विभिन्न क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को दिया था। जिसके बाद वहां प्रबंधकों की ओर से 10 खदानों की सूची दी गई है। जिसमें काजोड़ा एरिया की दो खदान मधुसूदनपुर 7 नंबर पिट इनक्लाइन एवं नबो काजोड़ा, कुनूस्तोड़िया में बेलबाइद, सातग्राम में चपुईखास, सातग्राम प्रोजेक्ट सोदपुर एरिया में चिनाकुरी तीन, धेमोमेन इंक्लाइन, धेमोमेन पिट और श्रीपुरिया में निघा कोलियरी है। विगत 4 जुलाई को कोल इंडिया के चेयरमैन ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिया था कि जो भी भूमिगत खदानें घाटे में चल रही हैं या जिनका उत्पादन एक लाख टन से कम है और जिन खदानों में कर्मियों का वेतन भुगतान से अधिक नुकसान हो रहा है। वैसी खदानों को चिह्नित कर उसके पुनरुद्धार या बंदी का एक्शन प्लान बनाने का निर्देश दिया गया था। जिसके आधार पर विगत 17 जुलाई को मुख्यालय से सभी महाप्रबंधक को निर्देश जारी किया गया था। लेकिन इसके बाद भी क्षेत्रीय महाप्रबंधक की ओर से कोई प्लान तैयार नहीं किया गया। जिसके बाद मुख्यालय ने सभी महाप्रबंधकों को पुन: नोटिस जारी कर इन खदानों को बंद करने या फिर इनके पुनरुद्धार को लेकर एक्शन प्लान बनाने का निर्देश दिया है। वहीं यूनियनों ने कहा है कि किसी भी हाल में खदान को बंद करने नहीं दिया जाएगा। कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस के महासचिव हरेराम सिंह ने कहा कि एक भी खदान को बंद करने नही दिया जाएगा। एटक नेता रमेश सिंह ने कहा कि खदानों की बंदी की जाती है तो इसके खिलाफ वृहद आंदोलन किया जाएगा।