जुबान न कान फिर भी बचाते औरों की जान
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : ये सुन नहीं सकते हैं न बोल सकते हैं मगर दूसरों की जिंदगी बचाने की
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : ये सुन नहीं सकते हैं न बोल सकते हैं मगर दूसरों की जिंदगी बचाने की ललक इनमें हैं। वे भी देश के विकास के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों को निभाने में पीछे नहीं है। ऐसा ही दायित्व को दुर्गापुर के मूकबधिरों ने निभाया। उन्हें उत्साहित करने की कोशिश दुर्गापुर महकमा वोलेंटरी ब्लड डोनर फोरम ने की। जिसका नतीजा है कि दुर्गापुर महकमा अस्पताल में केवल मूक बधिरों के लिए रक्तदान शिविर हुआ, जिसमें 20 ने रक्तदान किया। जिसमें कई महिलाएं भी शामिल थी। फोरम के सचिव कवि घोष ने कहा कि मूकबधिर भी समाज का अहम हिस्सा है। उन्हें सम्मान देने एवं उत्साहित करने की जरूरत है। तभी वे आगे बढ़कर समाज के लिए काम कर सकेंगे। फोरम के प्रयास से विशेष रक्तदान शिविर हुआ। रक्तदान कर उनमें भी काफी खुशी देखने को मिली। आने वाले समय में भी ऐसे शिविर का आयोजन किया जाएगा। मौके पर राजेश पालित समेत कई लोग मौजूद थे।
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हमें मदद को तैयार रहना चाहिए: अभिजित
जागरण संवाददाता, आसनसोल: आसनसोल सृष्टिनगर स्थित सेंट्रम मॉल में कार्यरत कर्मियों ने रविवार को समाज के प्रति उत्तरदायित्व का पालन करते हुए रक्तदान शिविर लगाया। बीएसआइडीएल सेंट्रम मॉल कांट्रेक्टर्स वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एमआइसी अभिजीत घटक ने कहा कि रक्तदान का महत्व तब समझ में आता है जब किसी अपने को रक्त की जरूरत पड़ती है। ऐसे में रक्तदान काफी जरुरी है, यहां दान किया गया रक्त किसी न किसी को नई ¨जदगी देने के ही कार्य आएगा। आज काफी संख्या में लोग रक्तदान के लिए आगे आ रहे है, लेकिन बाकी लोगों को भी जागरुक करने की जरूरत है। तृकां ब्लाक अध्यक्ष उत्पल सिन्हा और पार्षद गुरुदास चटर्जी ने भी यूनियन के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि दूसरे संगठनों को भी रक्तदान जैसे महादान के लिए आगे आना होगा तभी हमलोग रक्त की कमी को पूरा कर पाएंगे। यहां सौ इकाई से अधिक रक्तदान किया गया। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल भी शामिल थी। यूनियन के अध्यक्ष परीक्षित मुखर्जी ने भी रक्तदान किया। मौके पर तृकां नेत्री फंसाबी आलिया, श्रीलता बनर्जी, रक्तदान आंदोलन के प्रवीर धर, अजय प्रसाद, यूनियन के महासचिव मो. वाहिद, कोषाध्यक्ष सुजय साहा, शीतल घोष, उदय घोष, आशुतोष मुखर्जी आदि उपस्थित थे।
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