रानीगंज में तृणमूल समर्थकों ने माकपा कार्यालय पर किया कब्जा
रानीगंज रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के रोनाई स्थित माकपा कार्यालय पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के
रानीगंज: रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के रोनाई स्थित माकपा कार्यालय पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के कब्जा कर तृकां का झंडा लगाने का आरोप लगाते हुए युवा माकपा नेता हेमंत प्रभाकर ने गुरुवार को रानीगंज थाने में शिकायत की है। हेमंत ने कहा कि राजनीति एवं लोकतंत्र में हार जीत होती रहती है। बंगाल में माकपा ने वर्षों शासन किया। लेकिन ऐसी गंदी राजनीति देखने को नहीं मिली। माकपा के बर्षो पुराने कार्यालय पर तृकां के लोगों ने कब्जा कर लिया है। यह लोकतंत्र के लिए घातक है। लोकतंत्र मैं ऐसा नहीं होना चाहिए। प्रशासन को निष्पक्ष होकर कार्रवाई करनी चाहिए। रानीगंज के पूर्व विधायक रुनु दत्ता ने कहा कि अगर रानीगंज पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो हम लोग आंदोलन करेंगे। परिणाम आने के बाद से जिस प्रकार से पूरे बंगाल में अत्याचार व आतंक किया जा रहा है, यह देश हित में नहीं है।
भाजपा कार्यकर्ता की मां का तीन दिनों से अस्पताल में पड़ा है शव
बर्द्धमान : पूर्व बर्द्धमान के जमालपुर में नवग्राम में शक्ति केंद्र प्रमुख आशीष क्षेत्रपाल की मां काकली क्षेत्रपाल की मौत हमले में हो गई थी। तीन दिनों से उनका शव पोस्टमार्टम के बाद बर्द्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पड़ा हुआ है। उस शव को लेने वाला कोई नहीं है। गुरुवार को जमालपुर के भाजपा नेताओं ने पुलिस से मुलाकात कर इलाके में आतंक दूर करने एवं महिला कार्यकर्ता का शव वापस लाने की व्यवस्था करने की गुहार लगाई। पुलिस ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
चुनाव परिणाम आने के बाद तीन मई को नवग्राम में भाजपा-तृकां कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की घटना हुई थी। इसमें काकली क्षेत्रपाल की मौत भी हो गई थी। सूचना मिलने पर काफी संख्या में पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया था एवं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बर्द्धमान में शव का पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन तीन दिन से शव लेने कोई नहीं पहुंचा। भाजपा के जमालपुर के संयोजक ने कहा कि हमलोगों ने पुलिस से मुलाकात कर इलाके में शांति स्थापित करने की अपील की है। ताकि हमारे 150 कार्यकर्ता घर छोड़कर फरार हैं, वे वापस आ सके। वहीं काकली क्षेत्रपाल का शव लाकर अंतिम संस्कार किया जा सके। पुलिस ने सहयोग का आश्वासन दिया है।