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इंटरनेट युग में भी पुस्तकों का अलग महत्व

आसनसोल : साधारण ग्रंथागार दिवस पर आसनसोल जिला ग्रंथागार की ओर से मंगलवार को पुस्तक एवं पुस्

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Aug 2018 07:54 PM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 07:54 PM (IST)
इंटरनेट युग में भी पुस्तकों का अलग महत्व
इंटरनेट युग में भी पुस्तकों का अलग महत्व

आसनसोल : साधारण ग्रंथागार दिवस पर आसनसोल जिला ग्रंथागार की ओर से मंगलवार को पुस्तक एवं पुस्तकालय के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए रैली का आयोजन किया गया। आसनसोल जिला ग्रंथागार से लाइब्रेरियन सुब्रत दास के नेतृत्व में रैली जिला पुस्तकालय से शुरू होकर रवींद्र भवन से होकर वापस पुस्तकालय में आकर संपन्न हुआ। लाइब्रेरियन सुब्रत दास ने कहा कि ग्रंथागार दिवस पर लोगों में पुस्तकों के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए पदयात्रा की गई। ताकि आधुनिक इंटरनेट युग में भी पुस्तकों के प्रति लोगों का आकर्षण बना रहे। क्योंकि आज भी पुस्तकों का अपना एक अलग महत्व है। पुस्तकें ज्ञान की भंडार हैं। वे हमारी सबसे अच्छी मित्र हैं। इंसान दुनिया में आते और जाते रहते हैं, लेकिन उनका कार्य, विचार, ज्ञान, संस्कृति पुस्तकों में हमेशा के लिए रहती है। यही कारण है कि पुस्तकों का महत्व कभी कम नहीं हुआ है। हां यह जरूर है कि कंप्यूटर के युग में जहां हर कार्य इंटरनेट से सुलभ है। गूगल की मदद से आज कोई भी पुस्तक इंटरनेट पर पढ़ी जा सकती हैं, लेकिन वास्तविक रूप से पुस्तकों का क्रेज आज भी बरकरार है। यह बात जरूर है कि नई पीढ़ी इससे थोड़ी दूरी बना रही है। इस रैली में बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी एवं जिला ग्रंथागार सदस्य शामिल हुए।

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