आचार्य चाणक्य भारत के विद्वानों की सूची में शामिल हैं। उन्हें अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक माना जाता है।
आज हम आपको आचार्य चाणक्य के जरिए बताएंगे कि व्यक्ति को किन जगह पर व्यक्ति को बिल्कुल नहीं शर्माना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
अगर आप भी सही और गलत के बीच के फर्क को जानते हैं लेकिन, फिर भी दूसरों के सामने अपनी बातों को रखने से कतराते हैं तो आपको कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए।
चाणक्य नीति के अनुसार, अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो इससे आप कभी सफल नहीं हो पाएंगे। आप अंदर से खुश भी नहीं हो पाएंगे।
चाणक्य के मुताबिक, नई चीजें सीखने में कभी संकोच या शर्म नहीं करनी चाहिए क्योंकि अगर व्यक्ति ऐसा करता है, तो वह हमेशा के लिए पिछड़ता चला जाएगा।
आचार्य चाणक्य के अनुसार एक व्यक्ति को कभी भी खाना खाते समय शर्म नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आप भूखे रह जाएंगे।
कई बार व्यक्ति अपने ही पैसे वापस लेने में हिचकिचाता है। चाणक्य के अनुसार, पैसों के लेन-देन में भी कभी शर्म नहीं करनी चाहिए।
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