इंसुलिन प्रोडक्शन बढ़ा पैनक्रियाज को हेल्दी रखते हैं ये योगासन


By Priyanka Singh10, Nov 2022 06:59 PMjagran.com

धनुरासन

इस आसन के अभ्यास से आंतों और अग्नाशय के फंक्शन में सुधार किया जा सकता है। इसके साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। पेट की अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में ये आसन बहुत ही असरदार है।

अर्ध मत्स्येंद्रासन

मधुमेह रोगियों को अर्धमत्स्येन्द्रासन भी बेहद फायदेमंद है। इससे पेट के अंगों की अच्छी मसाज हो जाती है साथ ही रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है। इस आसन से फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता भी बढ़ती है।

पश्चिमोत्तानासन

हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास भी करें। यह आसन भी पेट के सभी अंदरूनी अंगों को एक्टिव करता है। जिससे इंसुलिन उत्पादित करने वाले पैंक्रियाज पर भी असर पड़ता है।

पवनमुक्तासन

इस आसन से पैंक्रियाज को स्ट्रेंथ मिलती है। इसके साथ ही यह लिवर, स्पलीन, एब्डोमिन और एब्डोमिनल मसल्स को स्ट्रेंथ को भी बढ़ा देता है।

मंडूक आसन

इस आसन को करने से पेट के अंदर के अंगों की मसाज मिलती है और पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है। मंडूकासन पैंक्रियाज को एक्टिव करता है और डायबिटीज को कंट्रोल में रखता है।

कपालभाति प्राणायाम

कपालभाति प्राणायाम मधुमेह रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर की तंत्रिकाओं और दिमाग की नसों को मजबूती देता है। शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।