पीरियड में महिलाएं मंदिर क्यों नहीं जाती?


By Akanksha Jain13, Apr 2024 03:29 PMjagran.com

महिलाओं के कठिन दिन

12 या 13 साल की उम्र से ही लड़कियों को पीरियड्स आना शुरू होते हैं। महीने में एक बार आने वाले इन दिनों में महिलाएं कई तरह के दर्द से गुजरती हैं।

कई कामों के लिए होती है मनाही

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई तरह की मनाही होती है, जैसे रसोई में जाना, अचार छूना, पूजा-पाठ करना आदि। कई घरों में इसका पालन होता है तो कुछ लोग इस बात पर विश्वास नही करते।

महिलाएं नहीं जाती मंदिर

इस दौरान हर महिला के मन में एक सवाल जरूर उठता है कि पीरियड्स के दौरान मंदिर क्यों नहीं जाते और पूजा-पाठ क्यों नहीं करते? आज हम आपको इसका जवाब देने जा रहे हैं।

क्या है धार्मिक कारण?

इस समय महिलाओं के शरीर में ऊर्जा का संचार अधिक होता है। इस ऊर्जा को भगवान सहन नहीं कर पाते। इसलिए पीरियड्स के दौरान पूजा-पाठ करना या मंदिर जाना वर्जित है।

क्या है वैज्ञानिक कारण?

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पूजा-पाठ व अनुष्ठान करने में समस्याओं का सामना न करना पड़े इसके लिए उन्हें इन पांच दिनों तक पूजा-पाठ से दूर रखा जाता था।

पीरियड्स के कितने दिन बाद करते हैं पूजा

पीरियड्स के 5वें दिन आप बालों को धोकर पूजा-पाठ कर सकती हैं। कई महिलाओं को 7 दिनों तक भी पीरियड्स होते हैं।

व्रत के दौरान पीरियड्स

पीरियड्स आ जाएं तो ऐसी स्थिति में व्रत को अधूरा न छोड़ें। आप किसी और से भी पूजा करवा सकती हैं। इससे आपको व्रत का पूरा फल प्राप्त होगा।

यहां हमने जाना कि महिलाएं पीरियड्स के दौरान मंदिर क्यों नहींं जाती हैं। इस तरह की अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ