भारतीय परंपरा के अनुसार नथ को नाक के बाई तरफ ही पहना जाता है। इसके पीछे ज्योतिष कारण के साथ साथ वैज्ञानिक कारण भी माने जाते हैं।
नथ बाईं ओर पहनने के पीछे ऐसा माना जाता है कि नाक का बायां हिस्सा मासिक धर्म से जुड़ा होता है।
जब इस हिस्से में छेद करके नोज रिंग पहनी जाती है तब मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
दुल्हन की नथ वैवाहिक जीवन में मजबूती लाती है। किसी भी शुभ अवसर पर नथ पहनना एक अच्छा संकेत माना जाता है।
नथ सुंदरता को तो बढ़ाती है साथ ही यह भी माना जाता है कि इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और आपके घर में बरकत बनी रहती है।
नथ को नाक के बाईं तरफ पहनने से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है।
ज्योतिष शास्त्र में सोने या चांदी की नथ पहनने की सलाह दी जाती है। सोना धातु जहां एक तरफ शरीर को ऊर्जा देता है, वहीं चांदी शरीर को शीतलता प्रदान करती है।
चांदी को मन का कारक भी माना जाता है, इसलिए चांदी की नोज रिंग पहनने से मानसिक शांति भी मिलती है।
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