भद्राकाल में राखी क्यों नहीं बांधनी चाहिए?


By Amrendra Kumar Yadav17, Aug 2024 08:00 AMjagran.com

रक्षाबंधन का पावन पर्व

भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उपहारस्वरूप भेंट देते हैं।

सावन महीने की पूर्णिमा

हर साल यह पर्व सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हालांकि भद्राकाल में राखी बांधने की मनाही होती है।

कौन हैं भद्रा?

धार्मिक कथाओं के मुताबिक, भद्रा सूर्यदेव की पुत्री और शनि देव की बहन हैं। भद्रा स्वभाव की क्रोधी मानी जाती हैं।

ब्रह्मा ने पंचांग में दिया स्थान

भद्रा क्रोधी स्वभाव की हैं, इसलिए ब्रह्मा जी ने उनके क्रोध को काबू में लाने के लिए पंचांग के एक अंग विष्टि करण में स्थान दिया।

शुभ और मांगलिक कार्यों की मनाही

भद्राकाल में शुभ और मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। इसलिए, इस दौरान राखी भी नहीं बांधनी चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फल मिलते हैं।

कब तक है भद्रा?

इस बार रक्षाबंधन पर सुबह 6 बजकर 4 मिनट से भद्रा लग रही है और इसका समापन 1 बजकर 32 मिनट पर होगा।

राखी शुभ मुहूर्त

ऐसे में राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से 4 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। इसके बाद प्रदोष काल में 6 बजकर 56 मिनट से रात 9 बजकर 8 मिनट तक राखी बांध सकते हैं।

इस मंत्र का करें जाप

ऊँ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।

राखी बांधते समय बहनों को इस मंत्र का जाप करना चाहिए। धर्म और अध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com