शास्त्रों में जीवन जीने के बहुत से नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना चाहिए। सही नियमों का पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
इनमें जूते-चप्पल से जुड़े कुछ नियम भी बताए गए हैं। जूते-चप्पल बाहर निकलने पर हमारे पैरों को आराम देते हैं और चोट आदि से बचाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि घर के अंदर जूते-चप्पल नहीं पहनकर नहीं जाना चाहिए। ऐसा करने से घर में नेगेटिविटी आती है।
घर में जूते-चप्पल पहनकर जाने से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज होती हैं।
घर में चप्पल-जूते इसलिए नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि यहां पर घर का मंदिर होता है। ऐसे में मंदिर के अंदर चप्पल-जूते पहनकर नहीं जाना चाहिए।
घर में चप्पल-जूता पहनकर घूमने से वास्तु दोष लगता है। इस वजह से कार्यों में असफलता का सामना करना पड़ता है।
चप्पल-जूतों को घर में इस वजह से भी नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि बाहर से नेगेटिविटी आती है। ऐसे में घर में चप्पल-जूते पहनने से नेगेटिव एनर्जी का संचार होता है।
घर के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। बाहर से आने पर जूते-चप्पल उतारकर उनके स्थान पर रखना चाहिए।
घर में जूते-चप्पल पहनने से नेगेटिविटी आती है और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com