शिवलिंग की पूरी परिक्रमा क्यों नहीं करनी चाहिए?


By Amrendra Kumar Yadav11, Aug 2024 05:09 PMjagran.com

भगवान शिव की पूजा

देवों के देव महादेव की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में खुशहाली आती है।

कार्यों में मिलती है सफलता

भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करने पर किए गए कार्यों में सफलता मिलती है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।

शिव जी की परिक्रमा

भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय कुछ लोग शिवलिंग की परिक्रमा करते हैं। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। शिवलिंग की परिक्रमा करने के कुछ नियम होते हैं।

आधी परिक्रमा करने का नियम

शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही करनी चाहिए। इसकी परिक्रमा पूरी नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग की जलधारी को कभी भी नहीं लांघना चाहिए।

समस्याओं का सामना

शिवलिंग की जलधारी को लांघने से रज गुणों में कमी आती है। इससे परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

बाईं ओर से करें परिक्रमा

शिवलिंग की परिक्रमा हमेशा बाईं ओर से करनी चाहिए। इसके बाद जलधारी तक जाएं और फिर वापस उसी स्थान पर आएं।

दाईं ओर तक वापस आएं

जलधारी तक पहुंचने के बाद वापस आएं और दाईं ओर तक परिक्रमा करें। कभी भी शिवलिंग की परिक्रमा दाईं ओर से नहीं शुुरू करनी चाहिए।

शिवलिंग की परिक्रमा करते समय इन नियमों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com