देवों के देव महादेव की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में खुशहाली आती है।
भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करने पर किए गए कार्यों में सफलता मिलती है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।
भगवान भोलेनाथ की पूजा करते समय कुछ लोग शिवलिंग की परिक्रमा करते हैं। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। शिवलिंग की परिक्रमा करने के कुछ नियम होते हैं।
शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही करनी चाहिए। इसकी परिक्रमा पूरी नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग की जलधारी को कभी भी नहीं लांघना चाहिए।
शिवलिंग की जलधारी को लांघने से रज गुणों में कमी आती है। इससे परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शिवलिंग की परिक्रमा हमेशा बाईं ओर से करनी चाहिए। इसके बाद जलधारी तक जाएं और फिर वापस उसी स्थान पर आएं।
जलधारी तक पहुंचने के बाद वापस आएं और दाईं ओर तक परिक्रमा करें। कभी भी शिवलिंग की परिक्रमा दाईं ओर से नहीं शुुरू करनी चाहिए।
शिवलिंग की परिक्रमा करते समय इन नियमों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com