उकड़ू पोजीशन में लैट्रिन करना अच्‍छा क्‍यों है?


By Amrendra Kumar Yadav29, Mar 2024 10:53 AMjagran.com

वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल

आजकल अधिकतर जगह वेस्टर्न टॉयलेट का चलन है, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस हो या फिर घर में भी लोग वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करने लगे हैं।

होते हैं कई नुकसान

वेस्टर्न टॉयलेट का इस्तेमाल करने से लोग कंफर्टेबल महसूस करते हैं, यहां तक कुछ लोग तो टॉयलेट में अखबार पढ़ना पसंद करते हैं। हालांकि वेस्टर्न टॉयलेट में बैठने के तरीके से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।

होती है कब्ज की शिकायत

कमोड पर बैठकर मल त्याग करने से पेट ठीक से साफ नहीं होता है और अधिक समय लगता है, ऐसे में कब्ज और पेट संबंधी समस्याएं होती हैं।

उकड़ू पोजिशन है अधिक प्रभावी

वहीं कई अध्ययनों में भी यह पाया गया है मल त्याग करते समय उकड़ू पोजिशन सबसे अच्छी पोजिशन है, इससे पेट सही से साफ होता है और पेट संबंधी बीमारियां नहीं होती हैं।

आंतों पर लगता है कम प्रेशर

उकड़ू पोजिशन में बैठने पर आंतों पर बिना ज्यादा प्रेशर लगाए ही पेट साफ होता है, जिससे पाचन संबंधी शिकायत नहीं होती है।

बॉडी रहती है फ्लेक्सिबल

उकड़ू पोजिशन में बैठने से बॉडी फ्लेक्सिबल रहती है, इससे घुटनों में दर्द की शिकायत कम होती है। इस पोजिशन में बैठने से सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।

इसी पोजिशन में करें ब्रश

उकड़ू पोजिशन में बैठकर ब्रश करने की भी सलाह दी जाती है, क्योंकि ऐसा करने से आमाशय में पड़ा हुआ भोजन नीचे की ओर खिसकता है जिससे पेट आसानी से साफ होता है।

उकड़ू पोजिशन में बैठकर मल त्याग करने से कब्ज आदि की शिकायत नहीं होती है। लाइफस्टाइल और हेल्थ से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.com