अक्सर लोग स्नान करने के बाद पूजा-पाठ करते हैं। इस दौरान आरती करते हैं। आइए जानते हैं कि पूजा के बाद आरती क्यों की जाती है?
रोजाना पूजा-पाठ करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही, जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
पूजा-पाठ करने के बाद आरती करते हैं. इससे साधक को कई तरह के फायदे होते हैं। वहीं, पूजा का पूरा फल मिलता है।
पूजा करने के बाद आरती करने का मतलब देवी-देवताओं की आराधना पूरी हो गई है। इस दौरान पूजा के समय हुई गलतियों के लिए क्षमा भी मांगा जाता है।
अगर आप पूजा करने के बाद आरती करते हैं, तो इससे मनोकामनाएं पूरी होने लगती हैं। इसके अलावा, जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
पूजा करने के बाद आरती करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। इसके साथ, व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता बढ़ने लगती है।
अगर आप पूजा कर रहे हैं, तो आरती जरूर करें। इससे नकारात्मक दूर और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं, जातकों के जीवन में भी बदलाव आते हैं।
पूजा खत्म होने के बाद कपूर जलाकर आरती करने से आसपास के कीटाणु नष्ट होने लगते हैं। इससे व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है।
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