प्रदोष व्रत पर शिव जी और मां पार्वती की पूजा करने का विधान होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन किन मंत्रों का जाप करने से इच्छाएं पूरी होती हैं?
पंचांग के अनुसार, 25 अप्रैल 2025 को प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में आने परेशानियां दूर होने लगती हैं।
पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 25 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 44 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 26 अप्रैल को सुबह 08 बजकर 27 मिनट पर होगा।
प्रदोष व्रत पर पूजा करते समय शिव जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे शिव जी प्रसन्न होते हैं और कार्य में तरक्की होती है।
प्रदोष व्रत पर ॐ नमः शिवाय: मंत्र का जाप करना शुभ होता है। इससे कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सफलता के योग बनते हैं।
इस दिन पूजा करते समय ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र का जाप करें। इससे कष्टों से छुटकारा मिलता है।
प्रदोष व्रत पर ॐ पार्वत्यै नमः मंत्र का जाप करने से मां पार्वती की कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही, साधक की मनोकामनाएं भी पूरी होने लगती हैं।
प्रदोष व्रत पर घी का दीपक जलाना शुभ होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
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