मरने के बाद मुंह में गंगा जल क्यों डालते हैं?


By Ashish Mishra17, Feb 2025 10:00 PMjagran.com

गंगाजल का महत्व

हिंदू धर्म में गंगा जल का विशेष महत्व होता है। इसे किसी भी चीज को पवित्र करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं कि मरने के बाद मुंह में गंगा जल क्यों डालते हैं?

मृत्यु का संकेत

व्यक्ति को मृत्यु से पहले कई संकेत दिखाई देते हैं। इस संकेतों के दिखते ही सावधान हो जाना चाहिए। इसके साथ ही, कई उपाय करना चाहिए।

मरने के बाद मुंह में गंगा जल डालना

व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके मुंह में गंगा जल डाला जाता है। इसके पीछे कई मान्यताएं हैं। गंगा को भगवान विष्णु के चरण से निकली है।

आत्मा को मिलती है शांति

मरने के बाद मुंह में गंगा जल डालने से आत्मा को यमदूत से परेशानी नहीं होती है। इसके साथ ही, आगे का सफर भी आसान हो जाता है।

कष्ट को कम करना

ऐसा कहा जाता है कि मृत्यु के समय मुंह में गंगा जल डालने से आत्मा के निकलने के समय कष्ट कम हो जाता है। इसके अलावा, यमदूत नहीं सताते हैं।

मुंह में गंगा जल डालने का उद्देश्य

मृत्यु के समय मुंह में जल डालने का उद्देश्य होता है क‌ि शरीर छोड़कर जा रहा व्यक्त‌ि प्यासा नहीं जाए। कई बार लंबी यात्रा पर जा रहे व्यक्ति को भी जल पिलाया जाता है।

मुंह में तुलसी का पत्ता रखना

मृत्यु के समय मुंह में गंगा जल के साथ तुलसी का पत्ता भी डाला जाता है। ऐसा करने से मरने वाले व्यक्ति को यमराज कष्ट नहीं देते हैं।

सात्विक भाव की जागृति

मृत्यु के समय व्यक्ति के मुंह में तुलसी का पत्ता डालने से सात्विक भाव जागता है। इससे प्राण त्यागने में भी आसानी होती है।

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