वकील काला और डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं?


By Ashish Mishra04, Apr 2025 10:00 PMjagran.com

वकील और डॉक्टर के कोट

आपने अक्सर देखा होगा कि वकील काला और डॉक्टर सफेद कोट पहनते हैं। आइए जानते हैं कि ये लोग इन रंगों के कोट क्यों पहनते हैं?

प्रोफेशनल लाइफ में अहमियत

वकील और डॉक्टरों के कोट के पीछे इतिहास छिपा हुआ है। ये रंग प्रोफेशनल लाइफ में खास अहमियत रखते हैं।

काले कोट का मतलब

काले रंग को गंभीरता, शक्त‍ि और इज्जत के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। वकील अपनी प्रोफेशनल लाइफ में काले रंग के कोट पहनते हैं।

काले कोट पहनने का इतिहास

17वीं सदी में ब्रिटेन के राजा चार्ल्स द्वितीय की मृत्यु के बाद वकीलों और जज ने काले रंग की कोट पहने थे। तभी से यह प्रथा चली आ रही है।

ईमानदारी की भावना

काले रंग को न्याय, निष्पक्षता और संजीदगी से जोड़कर देखा जाता है। जब वकील काले कोट पहनकर अपनी बात रखते हैं, तो यह उनकी ईमानदारी को दर्शाता है।

डॉक्टरों के सफेद कोट पहनने का मतलब

सफेद रंग को शुद्धता, स्वच्छता और विश्वास का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में सफेद कोट डॉक्टरों की पहचान बन चुका है।

सफेद कोट पहनने का इतिहास

19वीं सदी के मध्य चिकित्सा विज्ञान के विकास के लिए डॉक्टरों ने स्वाच्छता पर ध्यान देने के लिए सफेद कोट पहनना शुरू किया।

भरोसा का प्रतीक

सफेद को भरोसा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। जब मरीज डॉक्टर को इस रंग के कोट में देखता है, तो उसे विश्वास हो जाता है कि उसका सही इलाज होगा।

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