आजकल के समय में लोग अधिकतर समय इंटरनेट पर बिताते हैं, इंटरनेट की वजह से लोग खुद को समय नहीं दे पा रहे हैं और इस वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डिजिटल डिटॉक्स की बहुत आवश्यकता है।
डिजिटल डिटॉक्स एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कुछ समय के लिए इलेक्ट्रानिक डिवाइस से पूरी तरह से दूरी बना ली जाती है।
लगातार फोन, लैपटॉप, टैबलेट आदि का इस्तेमाल करने से शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं, जिससे बचाव के लिए डिजिटल डिटॉक्स बहुत जरूरी है।
मोबाइल फोन, इंटरनेट आदि के अधिक इस्तेमाल से फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होती है। इसलिए कुछ समय के लिए फोन और अन्य गैजेट्स से दूरी बनाना चाहिए।
डिजिटल डिटॉक्स से सेल्फ ग्रूमिंग होती है, इससे फिजिकल और मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहती है। डिजिटल डिटॉक्स में खुद को अधिक समय दे पाते हैं और किसी हॉबी या नई स्किल पर काम कर सकते हैं।
ज्यादा फोन और इंटरनेट के इस्तेमाल से नींद प्रभावित होती है, जिससे मेंटल हेल्थ पर बहुत असर पड़ता है। ऐसे में डिजिटल डिटॉक्स से मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रख सकते हैं।
डिजिटल डिटॉक्स को पालन करने से स्क्रीन टाइमिंग कम होती है, इससे फोकस बढ़ता है। इस समय में स्किल को इनहैंस कर सकते हैं।
आजकल लोग वर्चुअल लाइफ में इतना ज्यादा मशगूल रहते हैं कि सोशल लाइफ भूल जाते हैं, ऐसे में डिजिटल डिटॉक्स का पालन करने से सोशल लाइफ कनेक्टिविटी बढ़ती है।
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