हर रंग की अपनी एक कहानी है। लाल रंग खतरे के साइन को बताता है। चाहे वो यातायात के सिग्नल हों या खतरनाक जगह को चिन्हित करने वाले बोर्ड।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर खतरे का संकेत लाल रंग से क्यों चिन्हित किया जाता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
अगर हम लाल रंग को खतरे का संकेत बनाने के पीछे के वैज्ञानिक कारण की बात करें, तो इस रंग की वेव लेंथ अन्य रंगों की तुलना में ज्यादा होती है।
वेव लेंथ के अलावा लाल रंग एक ऐसा रंग है, जो हमारी आंखों को तुरंत आकर्षित करता है। यह एक नेचुरल रिएक्शन है जो हमें खतरे से सावधान करता है।
वैज्ञानिक दृष्टि के अलावा अगर इतिहास की बात करें, तो प्राचीन समय से ही लाल रंग का इस्तेमाल खतरे, युद्ध और खून को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है।
कई संस्कृतियों में लाल रंग को बुराई और शैतान का प्रतीक भी माना जाता था। वहीं कई धर्मों में लाल रंग का धार्मिक महत्व है।
हिंदू धर्म में लाल रंग को शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ईसाई धर्म में लाल रंग को शहीदों और ईश्वर के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
आजकल लाल रंग का इस्तेमाल इमरजेंसी के संकेत के रूप में भी किया जाता है। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com