इस पुराण में व्यक्ति के जीवन से लेकर मृत्यु तक के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं कि किन लोगों को मरने के बाद स्वर्ग लोक प्राप्त होता है?
जीवन में व्यक्ति के अच्छे कर्म करना चाहिए। गलत काम करने वाले व्यक्तियों को नरक में जगह मिलती है। कुछ लोगों ऐसे होते हैं जिन्हें मरने के बाद स्वर्ग मिलता है।
गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं तो सूर्य के उत्तरायण होने, शुक्ल पक्ष में और दिन के समय जो पुण्यात्मा का त्याग करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
एक समय के बाद जीवात्मा को पुन: मृत्यु लोग में आना पड़ता है। जो लोग सूर्य उत्तरायण होने पर समाधि लेते हैं उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
भगवान नारायण कहते हैं कि जो व्यक्ति के नाभि के ऊपरी मार्गों द्वारा पुण्यात्मा को त्यागता है उसे स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है। कई लोगों को अच्छे कर्म के आधार पर भी उच्च लोक का स्थान प्राप्त होता है।
जो व्यक्ति नाभि के नीचे वाले मार्ग से प्राण त्यागते हैं, उन्हें नीच लोक यानी नरक की प्राप्ति होती है। इन लोगों को यमराज द्वारा कड़ी सजा दी जाती है।
जो व्यक्ति जीवन में गरीब लोगों को जरूरत के अनुसार चीजों का दान करता है, उसे स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है। दूसरों शब्दों में, ऐसे लोगों को भगवान के चरणों में स्थान मिलता है।
कई लोग जीवन में गलत काम करते रहते हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए। कभी भी जावनरों को नहीं मारना चाहिए, क्योंकि यह भगवान का रूप हो सकते हैं।
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