सरसों का साग एक भारतीय व्यंजन है जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। यह हमारी संस्कृति और खानपान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ऐसे में आज हम आपको उन लोगों के बारे में बताएंगे, जिन्हें भूलकर भी सरसों का साग नहीं खाना चाहिए क्योंकि उनकी समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है।
सरसों के साग में उच्च फाइटेट और आहार फाइबर सामग्री आपके लोहे, कैल्शियम और मैग्नीशियम के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकती है। ऐसे में थायराइड के मरीज सरसों का साग न खाएं।
गर्भावस्था में और छोटे बच्चों के लिए सरसों का साग नुकसानदायक होता है, और यह संभावना है कि किसी छोटे बच्चे को यह नहीं खिलाना चाहिए।
इसमें ऑक्जेलिक एसिड होता है जो कुछ लोगों के लिए गुर्दे में पथरी का कारण बन सकता है। अतः यदि पथरी की समस्या हो तो सरसों के पत्ते का उपयोग नहीं करनी चाहिए।
ब्लड प्रेशर के पेशेंट के लिए मेथी को खाना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि सरसो के अधिक सेवन से शरीर में सोडियम का स्तर कम हो सकता है और यह गलती रक्तचाप को कम कर सकती है।
अगर किसी को पाचन संबंधी समस्या है तो उसे भी सरसों का साग नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इससे गैस अधिक बनती है।
जिन लोगों को अक्सर एसिडिटी की समस्या रहती है उन्हें ऐसे साग-सब्जियों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। खान-पान में यह गलती सीने में जलन का कारण बनती है।
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