सनातन धर्म में पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से साधक के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि पौष पूर्णिमा पर किन मंत्रों का जप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, साल 2025 में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
पंचांग के अनुसार, पौष पूर्णिमा की शुरुआत 13 जनवरी को दोपहर 05 बजकर 03 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 14 जनवरी को रात्रि 03 बजकर 56 मिनट पर होगा।
पूजा-पाठ करते समय मंत्र का जप करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं।
पौष पूर्णिमा पर ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय या ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि मंत्र का जप करना चाहिए। इससे नारायण की कृपा प्राप्त होती है।
पौष पूर्णिमा पर ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः या ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद मंत्र का जप करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
पौष पूर्णिमा पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को कंबल, अन्न और धन का दान करना चाहिए। इससे साधक के जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
धन की कमी का सामना करने वाले जातकों को पौष पूर्णिमा पर इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
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