सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि प्रदोष व्रत पर कौन सा दीपक जलाना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास में प्रदोष व्रत 28 नवंबर 2024 को रखा जाएगा। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है।
पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत की शुरुआत 28 नवंबर को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 29 नवंबर को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर होगा।
पूजा-पाठ करते समय दीपक जलाना शुभ होता है। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
प्रदोष व्रत पर पूजा करते समय गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए। इसे जलाने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं।
प्रदोष व्रत पर चौमुखी दीपक जलाना बेहद शुभ होता है। इसे जलाने से परिवार में खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अगर लंबे समय से आपकी इच्छा पूरी नहीं होत रही है, तो प्रदोष व्रत पर घी का दीपक जलाएं। इसे साधक की सारी मनोकामनाएं पूरी होने लगती हैं।
प्रदोष व्रत पर चौमुखी दीपक जलाने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसा करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।
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