रोटी भारतीय खानपान का एक प्रमुख हिस्सा है। इसके बिना कई लोगों का खाना अधूरा रह जाता है। आमतौर पर लोग रोटी बनाने के लिए गेहूं के आटे का इस्तेमाल करते हैं।
बीते कुछ समय में मिलेट्स की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से अब कई लोग मिलेट्स की रोटी भी खाना पसंद कर रहे हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं कि मिलेट्स के आटे से बनी रोटियां ज्यादा फायदमंद होती है या गेहूं के आटे की रोटियां।
गेहूं एक लोकप्रिय अनाज है, जिसका उपयोग पारंपरिक रूप से रोटी बनाने के लिए किया जाता है। यह अनाज डाइटरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत है।
यह बी-विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है, जो सेहत को फायदा पहुंचाते हैं।
बाजरा, रागी, ज्वार जैसे अनाजों के समूह को मिलेट्स कहा जाता है। बीते कुछ समय से यह देशभर में पारंपरिक अनाज के पौष्टिक विकल्प के रूप में उभरा है।
ये फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो आपकी डाइट में पोषण से भर देते हैं।
इतना ही नहीं गेहूं की तुलना में इसमें कम जीआई होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करने और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करता है।
लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com