पढ़ाई करने के लिए कौन-सी दिशा अच्छी है?


By Amrendra Kumar Yadav05, Jul 2024 08:00 AMjagran.com

वास्तु शास्त्र के नियम

वास्तु शास्त्र में बताए गए नियमों का पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि आती है।

दिशाओं का अत्यधिक महत्व

वास्तु में बताए गए नियमों के अनुसार, दिशाओं का विशेष महत्व होता है। इसमें हर कार्य को करने और किसी चीज को रखने की सही दिशा के बारे में बताया गया है।

पढ़ाई करने की दिशा

सही दिशा में पढ़ने से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। पढ़ाई के लिए उत्तर-पूर्व दिशा बहुत शुभ मानी गई है। इस दिशा में बैठकर पढ़ने से छात्रों को सफलता प्राप्त होती है।

इस दिशा में न बनाएं स्टडी रूम

वहीं, स्टडी रूम बनाते समय भी दिशा ख्याल रखना चाहिए। स्टडी रूम दक्षिण या फिर दक्षिण-पूर्व में नहीं बनवाना चाहिए।

सीढ़ियों के नीचे न बनाएं स्टडी रूम

स्टडी रूम को सीढ़ियों के नीचे भी नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने से पढ़ाई में बाधा उत्पन्न होती है और उचित परिणाम नहीं मिल पाता है।

स्टडी टेबल की पोजिशन

पढ़ाई करते समय स्टडी टेबल को इस प्रकार व्यवस्थित करना चाहिए कि छात्र की पीठ दरवाजे या खिड़की की ओर न हो। इसके साथ ही चौकोर स्टडी टेबल का ही प्रयोग करना चाहिए।

अलमारी न हो गंदी

कॉपी-किताब रखने वाली अलमारी कभी भी गंदी न रखें। इसके साथ ही खुली रैक का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

दक्षिण-पश्चिम में रखें कॉपी-किताबें

वहीं, कॉपी-किताबों को रखने की सबसे उपयुक्त दिशा दक्षिण-पश्चिम बताई गई है। इस दिशा में ही कॉपी-किताबें रखनी चाहिए।

पढ़ाई के लिए इन वास्तु टिप्स का पालन करना चाहिए। वास्तु से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com