इस दिशा में न खाएं खाना, पड़ सकता है पछताना


By Farhan Khan04, May 2023 05:20 PMjagran.com

दैविक काल

दैविक काल से भारत में भूमि पर बैठकर केले के पत्ते पर भोजन ग्रहण करने की प्रथा है।

कुर्सी टेबल

हालांकि वर्तमान में लोग भोजन ग्रहण करने के लिए कुर्सी टेबल का उपयोग करते हैं।

हिंदू धर्म

इस दौरान दिशा का भी ख्याल नहीं रखा जाता है। हालांकि हिंदू धर्म में भोजन करने संबंधी नियमों के बारे में विस्तार से बताया गया है।

प्रतिकूल प्रभाव

अगर आप नियमों को फॉलों करने में लापरवाही बरतते हैं तो शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

दक्षिण दिशा

वास्तु जानकारों की मानें तो दक्षिण दिशा की ओर मुखकर कभी भोजन नहीं करना चाहिए।

पाचन संबंधी परेशानियां

इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

आर्थिक परेशानियां

कई वास्तुकारों की मानें तो दक्षिण दिशा में बैठकर खाने से दुर्भाग्य में वृद्धि होती है साथ ही आर्थिक परेशानियां बढ़ती हैं।

उत्तर दिशा

जानकारों की मानें तो उत्तर दिशा में बैठकर भोजन ग्रहण सबसे उत्तम होता है।

आध्यात्मिक चेतना

इस दिशा में बैठकर भोजन ग्रहण करने से विद्या और आध्यात्मिक चेतना में वृद्धि होती है।