ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि व्यक्ति के किन कर्मों से जीवन भर के पुण्य नष्ट हो जाते हैं। आइए इन कर्मों के बारे में जानें।
यदि कोई व्यक्ति स्त्री का अपमान करता है या फिर उसके साथ गलत व्यवहार करता है, तो इसे शास्त्रों में सबसे बड़ा पाप माना जाता है।
नारी के अपमान करने से जीवनभर के अच्छे कर्म नष्ट हो जाते हैं, और व्यक्ति पाप का भागीदार बन जाता है।
जो व्यक्ति साधु-संतों या फिर घर आए अतिथियों का अपमान करता है उनके भी सारे पुण्य नष्ट हो जाते हैं।
इससे बचने के लिए कभी भी इन लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए। हमेशा साधु और संतों का मान-सम्मान करना चाहिए।
जो लोग केवल अपने लिए अन्न पकाते हैं और भगवान को भोग नहीं लगाते वह भी पाप के भागीदार बन जाते हैं। ऐसे में भगवान को जरूर भोग लगाएं।
व्यक्ति द्वारा पूरे जीवन में किए गए कर्म अंतिम समय में भी उसके साथ जाते हैं। जो व्यक्ति हमेशा अच्छे काम करता है उसे पुण्य की प्राप्ति होती है।
जिस व्यक्ति ने जीवन भर केवल बुरे कर्म ही किए हैं वह पाप का भागीदार बनता है। व्यक्ति के कर्म मृत्यु के बाद भी उसके साथ रहते हैं।
अगर आप पाप के भागीदार नहीं बनना चाहते तो भूलकर भी ये गलतियां न करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com