सनातन धर्म में संतान सप्तमी का अत्यधिक महत्व होता है। इस दिन मां अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य और सलामती के लिए व्रत का पालन करती हैं।
संतान सप्तमी का व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।
इस साल संतान सप्तमी का व्रत 10 सितंबर को रखा जाएगा। ऐसे में जानेंगे कि संतान सप्तमी का शुभ मुहूर्त क्या है?
संतान सप्तमी का शुभ मुहूर्त 9 सितंबर को रात 9 बजकर 53 मिनट पर शुरू होकर अगले दिन 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट तक है।
हिंदू धर्म में उदयातिथि का अत्यधिक महत्व होता है। ऐसे में संतान सप्तमी का व्रत 10 सितंबर को रखा जाएगा।
संतान सप्तमी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नानादि क्रियाओं से निवृत्त होकर भगवान शिव और माता पार्वती के समक्ष व्रत का संकल्प लें।
इसके बाद चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें और विधि-विधान से पूजा करें।
शिव परिवार के समक्ष देसी घी का दीपक जलाकर पान, सुपारी आदि अर्पित करें। इसके साथ ही खीर-पूड़ी का भोग लगाएं।
संतान सप्तमी कथा का पाठ करें और आरती करें। धर्म और अध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com