सनातन धर्म में परिवर्तिनी एकादशी का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन किन मंत्रों का जाप करने से मनोकामना पूरी होने लगती है?
पंचांग के अनुसार, इस बार परिवर्तिनी एकादशी 14 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दौरान भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
पंचांग के अनुसार, परिवर्तिनी एकादशी तिथि की शुरुआत 13 सितंबर को रात 10 बजकर 30 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 14 सितंबर को रात 08 बजकर 41 मिनट पर होगा।
परिवर्तिनी एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते समय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की इच्छा पूरी होने लगती है।
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी। पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।। एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम। य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।
परिवर्तिनी एकादशी पर मां लक्ष्मी की पूजा करते समय ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं त्रिभुवन महालक्ष्म्यै अस्मांक दारिद्र्य नाशय प्रचुर धन देहि देहि क्लीं ह्रीं श्रीं ॐ मंत्र का जाप करना चाहिए।
ॐ वासुदेवाय विद्महे वैद्यराजाय धीमहि तन्नो धन्वन्तरी प्रचोदयात् मंत्र का जाप करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
परिवर्तिनी एकादशी पर इन मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है। इसके साथ ही, व्यक्ति जीवन में खूब तरक्की करता है।
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