ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले मंगल बड़े मंगल के नाम से जाने जाते हैं, इन दिनों में हनुमान जी के वृद्ध रूप की पूजा की जाती है। भक्तगण इस दिन व्रत का पालन करते हैं और प्रसाद वितरण करते हैं।
इस साल का पहला बड़ा मंगल 28 मई यानी आज पड़ रहा है, ऐसे में हनुमान जी की कृपा के लिए विधि-विधान से पूजा करें। हनुमान जी की कृपा से भक्तों के सारे काम पूर्ण होते हैं।
वैसे बड़ा मंगल सभी जगह मनाया जाता है लेकिन लखनऊ और अवध में बड़े मंगल का समृद्ध इतिहास रहा है। यहां पर बड़े मंगल बहुत धूमधाम से मनाए जाते हैं।
लखनऊ के अलीगंज स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का निर्माण नवाब सआदत अली खां की मां जनाबे आलिया ने कराया था। नवाब आसिफउद्दौला की मृत्यु के बाद सआदत अली खां अवध की गद्दी पर काबिज हुए।
सआदत अली खां कुछ ही दिनों बाद बीमार हो गए और काफी दिनों तक ठीक नहीं हुए तो नवाब की मां को किसी ने हनुमान से दुआ मांगने की सलाह दी। ऐसे में जनाबे आलिया ने हनुमान जी से दुआ मांगी।
बेटे के ठीक हो जाने के बाद उन्होंने मंदिर निर्माण कराया, बड़े मंगल के अवसर पर यहां सुबह से ही हनुमान जी के दर्शन हेतु भक्तों की भारी भीड़ होती है।
इस मंदिर की महिमा से अवध के नवाब वाजिद अली शाह भी बहुत प्रभावित थे और उन्होंने मंदिर का सौंदर्यीकरण कराया। वाजिद अली शाह की बेगम ने यहां पर भंडारे का आयोजन किया था।
बड़े मंगल के अवसर पर लखनऊ भर में भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें पूड़ी, सब्जी, बुंदिया, लड्डू, शरबत आदि का वितरण किया जाता है।
लखनऊ में बड़े मंगल मनाने की परंपरा काफी पुरानी और समृद्ध रही है, धर्म और आध्यात्म से जु़ड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM