उत्पन्ना एकादशी का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। ऐसा माना जाता है इस दिन ही विष्णु के अंश से इस एकादशी की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है।
उत्पन्ना एकादशी इस साल 8 दिसंबर को मनाई जा रही है, जो लोग पहली बार एकादशी का व्रत करने का सोच रहे हैं, यह दिन बहुत शुभ है।
एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इस दिन कुछ खास उपाय करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
इस दिन ब्रह्मा मुहूर्त में उठकर भगवान विष्णु की पूजा करें और एक पान के पत्ते पर ऊं श्री विष्णवे नमः लिखकर भगवान विष्णु को अर्पित करें, इस पत्ते को अगले दिन पीले कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें, इससे आर्थिक संकट दूर होते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु का पंचामृत से अभिषेक करें, इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होंगी और कार्यक्षेत्र में नए काम कर सकेंगे।
उत्पन्ना एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे घी का दिया जलाएं और पेड़ की परिक्रमा करें, ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अगर वैवाहिक जीवन में किसी भी परेशानी आ रही है तो इस दिन तुलसी माता को श्रृंगार सामग्री अर्पित करें।
एकादशी के दिन दान का विशेष महत्व है, इस दिन गरीबों व जरूरतमंद लोगों को अन्न व कपड़ों का दान करना चाहिए।
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