Vaishakha Amavasya 2025: कुंडली में पितृदोष दूर करने के लिए क्या करें?


By Ashish Mishra26, Apr 2025 01:00 PMjagran.com

Vaishakha Amavasya 2025

सनातन धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि वैशाख अमावस्या पर कौन से उपाय कनने से कुंडली में पितृ दोष दूर होते हैं?

वैशाख अमावस्या कब है?

पंचांग के अनुसार, अप्रैल के महीने में 27 अप्रैल को वैशाख अमावस्या है। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और कुंडली में दोष दूर होने लगते हैं।

वैशाख अमावस्या शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, वैशाख अमावस्या की शुरुआत 27 अप्रैल को सुबह 04 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 28 अप्रैल को देर रात 01 बजे होगा।

गंगाजल से स्नान करें

वैशाख अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करें। अगर न जा सकें, तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद पितरों को जल का अर्घ्य दें।

पिंडदान करें

वैशाख अमावस्या पर पिंडदान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और परिवार में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।

पीपल के पेड़ की पूजा करें

अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाता है। इस दौरान पेड़ पर जल अर्पित करके दीपक जलाएं। इसके बाद पीपल के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें।

इन चीजों का दान करें

वैशाख अमावस्या पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को धन, अन्न और कपड़े आदि चीजों का दान करना चाहिए। इससे जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।

पितरों का आशीर्वाद

वैशाख अमावस्या पर इन कामों को करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही, पहले से रुके हुए कार्य होने लगते हैं।

पढ़ते रहें

पितरों को प्रसन्न करने के उपाय के बारे में जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ