ज्येष्ठ माह की अमावस्या पर करें ये उपाय, हर संकट होगा दूर


By Amrendra Kumar Yadav27, May 2024 02:00 PMjagran.com

अमावस्या तिथि का विशेष महत्व

हर महीने पड़ने वाली अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है, इस दिन पूजा-पाठ का अत्यधिक महत्व है क्योंकि इस दिन नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव अधिक रहता है।

ज्येष्ठ माह की अमावस्या

ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि 6 जून को पड़ रही है, इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी के साथ में चंद्र देव की पूजा की जाती है।

पितरों की पूजा

वहीं इस दिन पितरों की भी पूजा की जाती है, ऐसा करने से पितृदोष दूर होता है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

पितृ चालीसा का करें पाठ

ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन पितृ चालीसा का पाठ जरूर करें, ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।

शनि देव को अर्पित करें सरसों का तेल

अगर कुंडली में शनि दोष है तो इससे छुटकारा पाने के लिए ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें, ऐसा करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

पवित्र नदी में स्नान

अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान का महत्व है, इसलिए इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करें और यदि ऐसा संभव नहीं है तो जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।

सूर्य देव को दें अर्घ्य

वहीं अमावस्या के दिन सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए, ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और कार्यों में सफलता के योग बनते हैं।

दान करें

अमावस्या के दिन तिल, दूध आदि का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा करने से कार्यों में सफलता मिलती है।

ज्येष्ठ अमावस्या के दिन ये उपाय करने से सुख-समृद्धि आती है, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM