Vat Savitri Vrat पर अविवाहित लड़कियां करें ये काम, जल्‍द बनेगा विवाह योग


By Ashish Mishra03, Jun 2024 11:40 AMjagran.com

वट सावित्री व्रत

सनातन धर्म में वट सावित्री व्रत की विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि विवाह में देरी होने पर अविवाहित लड़कियों को क्या करना चाहिए?

वट सावित्री व्रत कब है?

यह व्रत ज्येष्ठ महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस साल वट सावित्री व्रत 06 जून 2024 को रखा जाएगा।

वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त

अमावस्या तिथि की शुरुआत 05 जून को शाम 06 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 06 जून को दोपहर 04 बजकर 37 मिनट पर होगा। यह व्रत 06 जून को उदयातिथि में रखा जाएगा।

वट सावित्री व्रत का महत्व

इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके वट वृक्ष की पूजा करती हैं और पति के लिए लंबी आयु की कामना करती हैं।

बरगद के पेड़ की पूजा

अविवाहित लड़कियां वट सावित्री व्रत के दिन स्नान-ध्यान के साथ बरगद के पेड़ की पूजा करें। इस दौरान 108 परिक्रमा जरूरी करें। ऐसा करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।

लाल रंग का धागा बांधें

बरगद के पेड़ की पूजा करने के दौरान जल में रोली मिलाकर अर्घ्य दें। इसके बाद पेड़ की 7 बार परिक्रमा करते हुए लाल धागा बांधें।

मां पार्वती की पूजा करें

शीघ्र विवाह के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। इस दौरान मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करें और मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए कामना करें।

मंत्र का जाप करें

वट सावित्री व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करते समय 3 जटा वाला नारियल अर्पित करें। इसे अर्पित करते समय 'ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा' मंत्र का जाप करें।

पढ़ते रहें

साल-भर पड़ने वाले त्योहार और विशेष तिथियों के बारे में जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ