इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। पूजा के समय कई चीजें चढ़ाई जाती हैं। आइए जानते हैं चैत्र नवरात्रि में किन चीजों को चढ़ाने से बचना चाहिए?
इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 09 अप्रैल होगी और इसका समापन 17 अप्रैल 2024 को होगा। इस बीच मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 09 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 11 मिनट से सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा।
नवरात्रि में पूजा करते समय मां दुर्गा को धतूर और कनेर जैसी चीजें चढ़ाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा नाराज होने लगती है।
चैत्र नवरात्रि के दौन टूटा नारियल अर्पित नहीं करना चाहिए। इसे अर्पित करना अशुभ माना जाता है।
मां दुर्गा की पूजा करते अच्छी चीजें चढ़ाना चाहिए। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा को टूटा लौंग चढ़ाने से बचना चाहिए। ऐसा करने अशुभ माना जाता है।
चैत्र नवरात्रि में लहसुन-प्याज से बनी चीजों को चढ़ाने से बचना चाहिए। इसे चढ़ाने में मां दुर्गा रुष्ट होने लगती हैं।
पूजा में अक्षत का उपयोग करना अच्छा माना जाता है। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करते समय टूटा चावल अर्पित करने से बचना चाहिए।
देवी-देवताओं को भोग लगाते समय ध्यान रखने वाली बातों को जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ