सनातन धर्म में हल छठ का विशेष महत्व होता है। इस दिन संतान की दीर्घायु के लिए व्रत रखा जाता है। आइए जानते हैं कि हल छठ के दिन क्या खाना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस साल हल छठ 25 अगस्त को मनाई जाएगी। इसे ललही छठ के नाम से भी जाना चाहिए।
पंचांग के अनुसार, हल षष्ठी तिथि की शुरुआत 24 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 25 अगस्त को सुबह 10 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।
इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए भगवान शिव, माता गौरी और गणेश जी की पूजा करती है। इस दिन पसहर चावल और दही चढ़ाने का विधान होता है।
हल छठ के दिन पूजा करते समय भैंस का दूध, दही, घी, बेल पत्ती, खमार और बांटी आदि को अर्पित करना चाहिए। इससे संतान को दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
इस व्रत को रखने वाली महिलाएं भैंस के दूध से बनी दही और महुआ को पलाश के पत्ते पर रखकर खाती हैं। इसके अलावा, पसहर चावल का भी सेवन करती हैं।
हल छठ पर भैंस के दूध की चाय पीनी चाहिए। इस दौरान गाय के दूध की चाय पीने से बचना चाहिए। इसके अलावा, महुआ पेड़ की डाली की दातून करनी चाहिए।
हल छठ के दिन हल से उत्पादिन होने वाली चीजों को नहीं खाना चाहिए। इन चीजों को खाने से व्रत टूट जाता है। इस दिन खाने के लिए परहर चावल का उपयोग करना चाहिए।
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