सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दौरान कई उपाय किए जाते हैं। आइए जानते हैं कि अमावस्या के दिन शाम को क्या करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद में सोमवती अमावस्या तिथि 02 सितंबर यानी आज है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती पूजा करनी चाहिए।
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह की सोमवती अमावस्या तिथि का शुरुआत 02 सितंबर को सुबह 05 बजकर 21 पर हो गई है। वहीं, इसका समापन 03 सितंबर को सुबह 07 बजकर 24 मिनट पर होगा।
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान तिल के तेल का दीपक जलाकर पेड़ की परिक्रमा करना बेहद शुभ माना जाता है।
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर धागा बांधना शुभ माना जाता है। इससे जीवन में आने वाले सभी संकट दूर होने लगती है और जीवन में खुशहाली आती है।
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाने से व्यक्ति को कार्यों में सफलता मिलती है। इसके अलावा, नौकरी में भी सफलता मिलती है।
अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान करना बेहद शुभ माना जाता है। इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्ति होता है और कार्यों में आ रही बाधा दूर होने लगती है।
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