श्राद्ध के आखिरी दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं?


By Akanksha Jain30, Sep 2024 02:14 PMjagran.com

पितृ पक्ष का आखिरी दिन

पितृ पक्ष के अंतिम दिन को सर्वपितृ अमावस्या कहते हैं। पितृपक्ष में कई काम नहीं करने चाहिए और कई काम है जिससे पितृ प्रसन्न होते हैं।

क्या करना चाहिए और क्या नही

इस स्टोरी के जरिए हम आपको बताएंगे कि, इस दिन किन चीजों को करने से बचना चाहिए और क्या-क्या करना चाहिए, जिससे पित्र प्रसन्न रहे।

पवित्र नदी में करें स्नान

पितृ पक्ष का अंतिम दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस दिन सुबह जल्द उठ कर किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और सूर्य को जल अर्पण करना चाहिए।

करें पिंडदान

अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान करें। 2024 में श्राद्ध का आखिरी दिन 2 अक्टूबर को है।

पीपल के पेड़ की सेवा करें

इस दिन स्टील के लोटे में, दूध, पानी, काले तिल, शहद और जौ और कोई भी सफेद मिठाई, एक नारियल, कुछ सिक्के और एक जनेऊ लेकर पीपल वृक्ष के नीचे जाकर सर्व प्रथम लोटे की समस्त सामग्री पीपल की जड़ में अर्पित कर दें।

दान करना होता है अच्छा

पितृपक्ष के समय दान करना अच्छा माना जाता है। आप किसी जरूरतमंद को उसकी जरूरत के अनुसार दान कर सकते हैं या फिर गरीब ब्राह्मण को दान दें।

न करें मांस का सेवन

पितृपक्ष के दौरान किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए और न ही मांस का सेवन करना चाहिए।

तेल की मालिश न करें

इसके साथ ही बाल नहीं कटवाना चाहिए और ही तेल की मालिश करना चाहिए। इसके अलावा घर के बड़े-बुजुर्गों की भी निंदा नहीं करना चाहिए।

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