चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 9 अप्रैल से हो रहा है। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। भक्तगण माता रानी की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत करते हैं।
नवरात्रि के दिनों में माता रानी की विधि-विधान से पूजा करें, ऐसा करने से माता रानी की कृपा प्राप्त होती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। हालांकि कलश स्थापना करते समय नियमों और मुहूर्त का ध्यान देना चाहिए।
नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना का समय सूर्यास्त तक है। इससे पहले पूरे दिन कलश स्थापना के लिए शुभ समय है।
वहीं नवरात्रि के पहले दिन अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 24 मिनट तक है, इस दौरान कलश स्थापना करना ज्यादा शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के दिनों में माता रानी को उनकी पसंद का भोग लगाना चाहिए, ऐसा करने से माता रानी की कृपा प्राप्त होती है।
नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा की पूजा करने के लिए पूजा घर की गंगाजल से सफाई करें, उसके बाद दीपक जलाकर पूजा शुरू करें और माता रानी को अक्षत, लाल पुष्प और सिंदूर अर्पित करें। इसके बाद धूप जलाकर पूजा करें।
धूप,दीप जलाने के बाद दुर्गा चालीसा का पाठ करें और बाद में दुर्गा आरती का पाठ करें। ऐसा करने से मां दुर्गा भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।
नवरात्रि पर कलश स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करें, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com