कई लोगों के कुंडली में नाड़ी दोष रहता है। इस दोष के होने पर जीवन में कई समस्याएं होती हैं। आइए जानते हैं कि इस दोष को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?
ज्योतिषियों के अनुसार, वर औ वधु की नाड़ी होने पर यह दोष होता है। नाड़ी के तीन प्रकार आदि नाड़ी, मध्य नाड़ी, अन्त्य नाड़ी हैं।
वर और वधु की एक नाड़ी होने पर होने पर इसे दूर करने के लिए उपाय करना चाहिए। निवारण न करने से वधु को गर्भाधारण में परेशानी हो सकती है।
नाड़ी दोष होने पर वर और वधु के संबंधों में दरार आने की संभावना ज्यादा रहती है। इस स्थिति में दोनों अलग भी हो सकते हैं।
नाड़ी दोष को कम करने के लिए भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में भी मधुरता आती है।
ऐसा कहा जाता है अपने वजन के बराबर अन्न दान करने से नाड़ी दोष कम होने लगता है। इसके साथ ही, आने वाली परेशानियां भी दूर होने लगती हैं।
नाड़ी दोष को कम करने के लिए ‘ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
गरीब और जरूरतमंद लोगों को कपड़े और भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में नाड़ी दोष दूर होने लगता है।
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