कोरोना महामारी के 5 साल बाद ह्मयूमन मेटान्यूमोवायरस ने दुनिया में तबाही मचा दी है। इसे शॉर्ट फॉर्म में एचएमपीवी कहा जाता है। चीन से शुरू हुआ यह वायरस लोगों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है।
भारतीय हेल्थ मिनिस्ट्री ने ह्मयूमन मेटान्यूमोवायरस से संबंधित कुछ जरूरी बातें बताई है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक संक्रामक रेस्पिरेटरी बीमारी है, जो रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए खांसने, छींकने या इन्फेक्टेड ड्रॉपलेट्स वाली दूषित सतहों को छूने से फैलती है।
HMPV वायरस अक्सर सर्दी जैसे लक्षणों का कारण बनता है, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बहना और गले में खराश शामिल हैं। इसे आपको सामान्य सर्दी नहीं समझना चाहिए।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से कोई भी संक्रमित हो सकता है, लेकिन यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में सबसे ज्यादा आम है।
इस वायरस से बचने के लिए आपको साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नियमित रूप से हाथों धोते रहना चाहिए।
भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर मास्क पहनना चाहिए, क्योंकि अभी तक इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं बनी है। बेहतर होगा कि आप ये तरीके अपनाएं।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस की पहचान पहले साल 2001 में नीदरलैंड्स में की गई थी, हालांकि यह वायरस चीन में तेजी से बढ़ रहा है।