हिंदू धर्म में हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज के लिए कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं। इन नियमों को अगर आप फॉलो करते हैं, तो इससे आपकी बंद किस्मत का ताला खुल सकता है।
आज हम आपको बताएंगे कि अगर आप घर के अंदर जूते-पहनकर आते हैं, तो इससे क्या होता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
अगर आप घर के अंदर जूते-पहनकर आते हैं, तो फेंगशुई के अनुसार इसे शुभ नहीं माना जाता। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो सकता है। सकारात्मक ऊर्जा का खात्मा हो सकता है।
सकारात्मक ऊर्जा का खात्मा होने के साथ-साथ आपके घर में क्लेश हो सकते हैं। इसके अलावा परिवार के सदस्यों की आय में कमी हो सकती है। परिवार के साथ अनहोनी हो सकती है।
परिवार के साथ अनहोनी होने के साथ-साथ घर में धन की कमी हो सकती है। धन की तिजोरी भी खाली हो सकती है। कर्ज की समस्या से भी घिरे रहेंगे। कभी निकल नहीं पाएंगे।
अगर आप इन सभी परेशानियों से राहत पाना चाहते हैं। घर में खुशियों का आगमन चाहते हैं, तो ऐसे में आपको जूते-चप्पलों को घर के बाहर ही निकालकर आएं। यही धार्मिक दृष्टि से यही बेहतर है।
फेंगशुई के अनुसार, मुख्य द्वार से ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसलिए मेन गेट को हमेशा साफ-सुथरा रखें। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका मुख्य द्वार गंदा नहीं होना चाहिए।
घर के मुख्य द्वार की साफ-सफाई रखने के अलावा आपको इस जगह पर फालतू का सामान रखने से भी बचना चाहिए। वहीं, घर में टपकता हुआ पानी, टूटी घड़ी, बर्तन, आइना या खराब पड़े जूते-चप्पल न रखें।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com