गेहूं अधिकतर लोगों की डाइट का अहम हिस्सा होता है। इसके आटे का इस्तेमाल रोटी बनाने में किया जाता है। इसके बिना लोगों की डाइट पूरी नहीं होती है।
गेहूं में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। गेहूं में फाइबर, विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आदि तत्व पाए जाते हैं।
वैसे तो गेहूं का इस्तेमाल अलग-अलग तरह से डाइट में किया जाता है, लेकिन अगर 1 महीने तक गेहूं का सेवन करना बंद कर दिया जाए तो इसका सेहत पर क्या असर पड़ेगा। इसकी चर्चा करेंगे।
ब्रेड, रोटी, पास्ता, तंदूरी रोटी आदि भी आटे से ही बनती हैं। ऐसे में इसे छोड़ पाना काफी मुश्किल होता है। हालांकि, कुछ लोग इसका सेवन बिल्कुल नहीं करते हैं।
कई बार गेहूं का आटा सही से पचता नहीं है और फाइबर की अधिकता की वजह से गैस, ब्लोटिंग की समस्या होने लगती है। ऐसे में इसे छोड़ने से पाचन संबंधी समस्या नहीं होती है।
आजकल अधिकतर लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं। ऐसे में 1 महीने तक गेहूं का सेवन न करने से वेट लॉस करने में मदद मिलेगी।
गेहूं हमारी डाइट का अहम और जरूरी हिस्सा है। ऐसे में इसे डाइट से पूरी तरह से हटा देने से कई समस्याएं हो सकती हैं। इसका सेवन न करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
गेहूं में विटामिन-बी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। यह विटामिन शरीर में ऊर्जा के निर्माण के साथ-साथ कोशिकाओं और ऊतकों की मरम्मत के लिए भी बहुत जरूरी होता है।
1 महीने तक गेहूं का सेवन न करने सेहत को कुछ नुकसान हो सकते हैं। लाइफस्टाइल और हेल्थ से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM