हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है। इसे घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से नेगेटिविटी दूर होती है।
शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई है। इसे बजाने से स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। शंख बजाने के कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिनका पालन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शंख कई प्रकार के होते हैं। इनमें दक्षिणावर्ती शंख, गौमुखी शंख, कौड़ी शंख, गणेश शंख होते हैं। इन्हें घर में रखने से विशेष लाभ होता है।
शंख को पूजा के बाद बजाना बहुत शुभ होता है। इसे बजाते समय जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु जी का ध्यान करना चाहिए।
शंख बजाने का सबसे सही समय सुबह और शाम का माना जाता है। इस समय में शंख बजाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शंख को 3 बार बजाना चाहिए। इसे दोपहर में बजाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पूजा के बाद शंख में जल भरकर घर में छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से नेगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिविटी आती है।
पूजा घर में शंख को भगवान विष्णु के बाईं ओर रखना चाहिए। इसके साथ ही शंख का खुला भाग ऊपर की ओर होना चाहिए।
शंख बजाने के ये नियम याद रखने चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com