शंख बजाने के क्या नियम हैं? जानें


By Amrendra Kumar Yadav24, Aug 2024 02:02 PMjagran.com

शंख का महत्व

हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है। इसे घर में रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से नेगेटिविटी दूर होती है।

समुद्र मंथन से हुई उत्पत्ति

शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई है। इसे बजाने से स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। शंख बजाने के कुछ नियम भी बताए गए हैं, जिनका पालन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

कई प्रकार के होते हैं शंख

शंख कई प्रकार के होते हैं। इनमें दक्षिणावर्ती शंख, गौमुखी शंख, कौड़ी शंख, गणेश शंख होते हैं। इन्हें घर में रखने से विशेष लाभ होता है।

कब बजाएं शंख?

शंख को पूजा के बाद बजाना बहुत शुभ होता है। इसे बजाते समय जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु जी का ध्यान करना चाहिए।

सुबह और शाम का समय

शंख बजाने का सबसे सही समय सुबह और शाम का माना जाता है। इस समय में शंख बजाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

कितनी बार बजाएं शंख?

शंख को 3 बार बजाना चाहिए। इसे दोपहर में बजाने से बचना चाहिए। ऐसा करने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

जल भरकर करें छिड़काव

पूजा के बाद शंख में जल भरकर घर में छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से नेगेटिविटी दूर होती है और पॉजिटिविटी आती है।

विष्णु जी के दाईं ओर रखें

पूजा घर में शंख को भगवान विष्णु के बाईं ओर रखना चाहिए। इसके साथ ही शंख का खुला भाग ऊपर की ओर होना चाहिए।

शंख बजाने के ये नियम याद रखने चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com