आज हम आपको उल्टा खड़े होने के फायदे के बारे में बताएंगे। यहां उल्टा खड़े होने का अर्थ शीर्षासन से हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
शीर्षासन करते वक्त शरीर में खून का बहाव चेहरे और दिमाग की तरफ ज्यादा होता है। जिससे चेहरे की चमक बढ़ती है और बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
शीर्षासन को रोजाना करने से तनाव, अवसाद के लक्षण से निपटने में भी मदद मिलती है। इस आसन को करते वक्त धीरे-धीरे गहरी सांस लेते रहें, तनाव छूमंतर हो जाएगा।
शीर्षासन करने से सिर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से होता है, जिससे सिर में पोषण और ऑक्सीजन की सप्लाई सही तरीके से हो पाती है।
हेयर फॉलिकल को पर्याप्त पोषण मिलने से बालों के झड़ने की समस्या दूर होती है। इसका असर आपको कुछ दिनों में ही नजर आने लगेगा।
सिर के बल किए जाने वाले इस आसन को रोजाना करने से हाथ और कंधे मजबूती होते हैं। इसके साथ ही सिर, गर्दन और पीठ की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
रोजाना शीर्षासन के अभ्यास से गैस की प्रॉब्लम नहीं होती है और पाचन अंगों में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से होता है। कब्ज की समस्या को दूर करने में भी यह आसन बहुत फायदेमंद होता है।
शीर्षासन का अभ्यास शुरू में एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। साथ ही, प्रेग्नेंसी में भी इस आसन को करने से बचना चाहिए।
ऐसे में अगर आप लंबे समय तक सेहतमंद रहना चाहते हैं तो यह आसन रोज करें। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com