वास्तु शास्त्र में दर्पण संबंधी कई नियम बताए गए हैं। जिन्हें याद रखना बेहद जरूरी है, वरना शारीरिक के साथ-साथ आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
घर की पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में कभी भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि इसका असर घर में रहने वाले लोगों पर बुरा पड़ता है।
अगर घर में मौजूद शीशा जरा भी टूट गया है, तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। क्योंकि इससे निगेटिव एनर्जी अधिक उत्पन्न होती है।
वास्तु के अनुसार, किचन में बिल्कुल भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि इससे सुख-समृद्धि पर बुरा असर पड़ता है।
घर में रखा हुआ गंदा दर्पण भी तरक्की में रुकावट का कारण बनते हैं। इसलिए हमेशा शीशे को साफ रखें।
बेडरूम में दर्पण ऐसी जगह रखें कि सोते समय उसमें एक भी अंग नजर न आएं। क्योंकि इससा सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
अगर सोते समय शीशे में आपका कोई अंग आता है,तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए शीशे के ऊपर कोई कपड़ा डाल दें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दर्पण लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि दर्पण एक-दूसरे के सामने न रखा हो।