कभी-कभी अचानक ही शरीर के अंग जैसे आंख, या हाथ की उंगलियों फड़कने लगती हैं।
समुद्र शास्त्र में बताया गया है कि शरीर के विभिन्न अंगों के फड़कने का एक विशेष अर्थ है।
ऐसे में आइए जानते हैं कि समुद्र शास्त्र के अनुसार, शरीर के विभिन्न अंगों के फड़कने का क्या अर्थ होता है।
आंख का फड़कना एक बहुत ही आम बात है और समुद्र शास्त्र में महिला और पुरुष में इसका अलग-अलग अर्थ होता है।
पुरुषों के लिए दाहिनी आंख के फड़कने को शुभ संकेत माना जाता है। तो वहीं, महिलाओं की बाईं आंख फड़कने को शुभ शगुन के रूप में देखा जाता है।
समुद्र शास्त्र में दाहिने हाथ की उंगलियों का फड़कना इस बात की ओर इशारा करता है कि आप किसी नए व्यक्ति से मिलने वाले हैं।
इसी तरह बाएं हाथ की उंगलियों का फड़कना किसी संभावित नुकसान या विवाद की ओर संकेत करता है।
समुद्र शास्त्र के अनुसार, दाहिने पैर का फड़कना यह संकेत देता है कि आप किसी यात्रा आदि पर जा सकते हैं।
वहीं, दूसरी ओर बाएं पैर का फड़कने का अर्थ है कि आप का कुछ गहरा नुकसान होने वाला है।