स्टडी रूम में वास्तु के इन नियमों का करें पालन


By Abhishek Pandey20, Feb 2023 03:02 PMjagran.com

वास्तु

वास्तु शास्त्र में गृह निर्माण से लेकर घर की सजावट तक में वास्तु के नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

वास्तु के नियम

भारत में दैविक काल से ही वास्तु के नियमों का पालन किया जा रहा है। हालांकि कुछ लोग घर और स्टडी रूम में वास्तु के नियमों को अनदेखा कर देते हैं।

स्टडी रूम के लिए वास्तु टिप्स

यदि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो आप भी स्टडी रूम के लिए वास्तु के इन नियमों का पालन कर सकते हैं।

स्टडी रूम की दिशा

वास्तु के अनुसार स्टडी रूम हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए। अन्य दिशा में बच्चे की पढ़ाई में रुचि नहीं लगती है।

न हो दक्षिण दिशा की ओर मुख

स्टडी रूम में सिटिंग इस तरह होनी चाहिए कि बच्चे की दिशा दक्षिण दिशा की ओर न हो। क्योंकि इस दिशा में अग्नि की प्रधानता होती है।

पठन-पाठन की सामग्री

स्टडी रूम में टेबल पर पठन-पाठन की सामग्री रखना शुभ माना जाता है। इसके लिए ग्लोब या पिरामिड रख सकते हैं।

हनुमान जी का चित्र लगाएं

स्टडी रूम में मां शारदा और बल, बुद्धि एवं विद्या के प्रतीक हनुमान जी का चित्र अवश्य लगाएं। इससे बच्चे की एकाग्रता बढ़ती है।

सरस्वती चालीसा

बच्चे को रोजाना सुबह स्नान ध्यान के बाद हनुमान चालीसा और सरस्वती चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

अलमारी की दिशा

स्टडी रूम में अलमारी हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। साथ ही अध्ययन के समय बच्चे का मुख पूर्व की दिशा में रहें।