घर के मुख्य द्वार या प्रवेश द्वार को वास्तु शास्त्र में बहुत अहम माना गया है और इसके लिए कुछ जरूरी नियम भी बनाए गए हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि घर का मेन डोर कैसा होना चाहिए? आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। ताकि आपके घर में खुशहाली रहें।
घर की पश्चिम दिशा में किचन या टॉयलेट होना ठीक होता है। इस दिशा में मेन गेट बनाने से बचना चाहिए।
इस दिशा में मेन गेट होने से सौभाग्य कब दुर्भाग्य में बदल जाए पता नहीं चलता। ऐसे में इस बात का खास ख्याल रखें।
दक्षिण दिशा में भी मेन गेट बनवाने से बचना चाहिए। इससे घर में झगड़े-कलह, नेगेटिविटी बढ़ती है।
उत्तर दिशा में घर का मेन गेट होना बेहद शुभ होता है। इससे घर में सकारात्मकता, समृद्धि और खुशहाली आती है।
वास्तु के अनुसार घर की बालकनी व वॉश बेसिन भी इसी दिशा में बनवाना चाहिए। आपके अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे।
इसके साथ ही घर के ईशान कोण में भी मेन गेट का होना बेहद शुभ होता है। इस दिशा में आप मेन गेट लगवा सकते हैं।
वास्तु के अनुसार ही घर का मेन गेट होना चाहिए। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com