Vastu Tips: घर के मंदिर के लिए वास्तु नियम


By Amrendra Kumar Yadav02, Aug 2023 08:00 AMjagran.com

वास्तु शास्त्र

वास्तु में हर चीज को लेकर नियम बताए गए हैं। इन नियमों के अनुसार, चलने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है वहीं इसकी अनदेखी करने पर घर में परेशानी होती है।

मंदिर

यह घर की सबसे महत्वपूर्ण जगह होती है। इस जगह पर ही पूजा, पाठ करते हैं और ईश्वर से जुड़ते हैं।

मंदिर के लिए वास्तु नियम

वास्तु में मंदिर के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। इन्हीं नियमों के बारे में बताएंगे।

मूर्ति

वास्तु में बताए नियमों के अनुसार, मंदिर में मूर्ति 8-9 इंच की ही होनी चाहिए। इससे बड़ी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए।

एक देवता की एक मूर्ति

मूर्तियां रखते वक्त ध्यान दें कि किसी भी देवी-देवता या भगवान की एक से अधिक मूर्ति न रखें।

प्रसन्न मुद्रा वाली मूर्तियां

देवी-देवताओं की जो भी मूर्ति रखें, वो प्रसन्न मुद्रा में हों। रौद्र रूप या गुस्से वाली मूर्ति घर में रखने से घर में अशांति आती है।

उत्तर-पूर्व दिशा

पूजा के लिए उत्तर-पूर्व दिशा सबसे उपयुक्त है। पूजा करते समय मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए।

सीढ़ी के नीचे न बनाएं

यह ध्यान दें कि मंदिर को कभी भी सीढ़ियों के नीचे न बनाएं। मूर्तियों को एक-दूसरे के सामने नहीं रखना चाहिए।

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