घर बनवाते समय इन वास्तु नियमों का करें पालन, होगी तरक्की


By Amrendra Kumar Yadav12, Jul 2024 06:57 PMjagran.com

वास्तु शास्त्र का महत्व

हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का अत्यधिक महत्व है। वास्तु में प्रत्येक चीज के लिए नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

घर बनाने के नियम

अपना घर सबका सपना होता है और इसके लिए लोग सालों मेहनत करते हैं। नया घर बनवाते समय कुछ वास्तु नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती रहे।

गृह-निर्माण से पहले कराएं पूजा

घर बनाने से पहले घर में पूजा जरूर कराएं। इसके लिए जानकार लोगों से शुभ तिथि ज्ञात करवाएं और पूजा के बाद ही निर्माण कार्य शुरू कराएं।

प्रवेश के लिए एक ही द्वार बनवाएं

वहीं, घर में प्रवेश के लिए केवल एक ही द्वार बनवाएं। कभी भी 3 द्वार नहीं बनवाने चाहिए। ऐसा करना वास्तु की दृष्टि से उचित नहीं माना जाता है।

ये पेड़ न लगाएं

वहीं, घर के सामने पाकर और गूलर का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। इसके साथ ही घर में केला, अनार, बेर और पीपल का पेड़ भी नहीं लगाना चाहिए।

मुख्य द्वार की दिशा

घर में प्रवेश के लिए मुख्य द्वार दी दिशा पूर्व और उत्तर शुभ मानी गई है। इस दिशा में मुख्य द्वार होने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

उत्तर दिशा में बनाएं पूजा घर

वहीं, घर की उत्तर दिशा में पूजा घर बनाना चाहिए। इस दिशा में ही देवताओं का निवास होता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाएं किचन

रसोई घर के लिए शुभ दिशा दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय कोण मानी गई है। इस दिशा में किचन बनाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं।

घर बनाते समय इन वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए। वास्तु से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM